प्रोस्टेट से सम्बंधित समस्या
प्रोस्टेट समस्या के लक्षणों में पेशाब और मूत्राशय पर नियंत्रण के साथ समस्याएं शामिल हो सकती हैं।
मूत्राशय नियंत्रण यह है कि आप पेशाब को कितनी देर तक रोक सकते हैं, शुरू कर सकते हैं या रोक सकते हैं। ये समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं
पेशाब से सबंधित समस्या
एक अखरोट के आकर की ग्रंथि है जो पेशाब की थैली निचे होती है इससे बढ़ती उम्र में निम्नलिखित समस्या हो सकती है
बार- बार पेशाब की इच्छा होना
पेशाब करने के लिए रात के दौरान कई बार उठना
मूत्र या वीर्य में रक्त आना
पेशाब में दर्द या जलन होना
पेशाब करते वक्त जोर लगाना
पीठ के निचले हिस्से ,कूल्हों , श्रोणि या मलाशय क्षेत्र
या ऊपरी जांघो में लगातार दर्द या कठोरता
पेशाब का टपकना
जब मूत्राशय पूरी तरह से खाली नहीं हो पाता, तो आपके मूत्र पथ में संक्रमण होने के जोखिम बढ़ जाते हैं। समय के साथ-साथ अन्य गंभीर समस्याएं भी विकसित हो सकती हैं, जिनमें मूत्राशय में पथरी, पेशाब में खून आना, असंयमिता और एक्यूट यूरिनरी रिटेंशन (पेशाब करने में असमर्थता)
प्रोस्टेट समस्या के लक्षणों में पेशाब और मूत्राशय पर नियंत्रण के साथ समस्याएं शामिल हो सकती हैं। मूत्राशय नियंत्रण यह है कि आप पेशाब को कितनी देर तक रोक सकते हैं, शुरू कर सकते हैं या रोक सकते हैं। ये समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं
डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
पेशाब करने में अचानक से असमर्थता (पेशाब बंद होना) महसूस होना एक मेडिकल इमर्जेंसी है, ऐसे में तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
अगर पेशाब में खून आ रहा है, तो डॉक्टर द्वारा ही उसकी जांच की जानी चाहिए, ताकि अन्य किसी गंभीर स्थिती का पता लगाया जा सके। कुछ दुर्लभ मामलों में मूत्राशय और गुर्दे में क्षति के कारण बीपीएच की समस्या हो सकती है।